धीरे धीरे सुन्न से होते जा रहे हैं सब
लफ्ज़, शब्द, नब्ज़
सन्नाटा जीतने को है जल्द ही
मेरे मंन के निरंतर शोर से
नज़र में आ रहा है अब
गहरा शांत तम
बस छूटने को है दम
लफ्ज़, शब्द, नब्ज़
सन्नाटा जीतने को है जल्द ही
मेरे मंन के निरंतर शोर से
नज़र में आ रहा है अब
गहरा शांत तम
बस छूटने को है दम